इश्क़ ए बिस्मिल - 10

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उदासी मेरे दिल में आ,देख यहां है क्या क्या बसा,कुछ किरचियां हैं उम्मीदों की,कुछ यादें हैं तस्वीरों सी,यहां सुकून का गुज़र तक नहीं,मुझे तोड़ने वाले को ख़बर तक नहीं,उदासी मेरे दिल में आदेख यहां है क्या क्या बसा।।ब्लू सूट में वह ग़ज़ब का डैशिंग लग रहा था। पूरी महफ़िल में सबसे नुमाया दिख रहा था। उसके साथ खड़ी वह लड़की जो अपने पहनावे से काफ़ी मोडर्न लग रही थी उसपर जैसे बिछी जा रही थी और वह भी उसे ख़ूब लिफ़्ट करा रहा था।अज़ीन उसके पास पहुंची थी। मगर वह बहुत मग्न दिखाई दे रहा था। वह उसके बिल्कुल सामने