दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 11

  • 3.1k
  • 1.5k

 अंक ११ प्रपोझ         हेल्लो दोस्तो तो आज फिर हाजीर हु मे आपकी अपनी कहानी दो पागल का एक और अंक के साथ लेकिन आप ने अभी तक आगे के सारे अंको को नहीं पढा है तो अभी पढ़े उन अंको को । अगर आपको कहनी पसंंद आए तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेर जरुर करे । आज पढ़े प्रपोझ और इनकार के डर का सफ़र | शुरुआत         आपने आगे देखा की केसे जीज्ञा और पुर्वी रवी के रुम पर पहुचते है और वहा कोइ उन दोनो की फोटो खीच रहा था। अब रविवार