मुस्कराते चहरे की हकीकत - 11

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शालिनी, विवान कि बाते सुनकर अवनी के पास आकर- सच में बेटा तुम्हारे मां-बाप खुशकिस्मत है कि उन्हें तुम्हारी जैसी बेटी मिली,,, वो गर्व महसूस कर रहे होगें...अवनी, उदास होकर- मैं अनाथ हूं आंटी,,,, कोई नहीं है मेरा प्रवीण भाई के अलावा, जो थे उन्हें मैंने इस लड़ाई में खो दिया......सब हैरानी से अवनी को देख रहे थे,,, शालिनी- अनाथ….प्रवीण, सामने आकर- छ साल की थी अवनी जब उसके मम्मी पापा का एक कार से एक्सीडेंट हो गया था अवनी भी उनके साथ ही थी लेकिन वक्त पर हॉस्पिटल पहुंचने के कारण वो जिंदा बच गई,,,, अवनी के दादा दादी