एक नया रास्ता - 5

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पत्नी की अतीत की आपबीती सुनकर राजन सत्र रह गया।उसने सोचा भी नही था।जिसे वह निर्मल गंगा की तरह पवित्र समझ रहा था।वो गंगा मैली भी हो सकती है।उसकी पत्नी का अतीत भी है और अतीत दागदार है।यह तो उसने सोचा भी नही था।ऐसी पत्नी के साथ--ना ना उसे ऐसी पत्नी को तलाक दे देना चाहिये।"क्या सोच रहे हो?"पति को सोच में डूबे देखकर सुनीता बोली थी।"कुछ नही'"मैं जानती हूँ।तुम झूठ बोल रहे हो।"तुम्हें कैसे पता?""राजन मैने तुम्हे बताने में देर करदी।पर क्या करूं।माँ ने मुझे ऐसा न करने के लिये कहा था।'"न बताती।""मैं अंदर ही अंदर घुट रही थी।इतने