ओह माय गॉड - फिल्म रिव्यू

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२०१२ में आई हुई इस फिल्म का रिव्यू अभी क्यूं? क्योंकि इस फिल्म का दूसरा संस्करण आने वाला है और उससे पहले हम इस फिल्म के प्रथम संस्करण को पुनः स्मरण करना आवश्यक समझते है। यह फिल्म एक सफर है नास्तिक से आस्तिक का। कुछ लोगों को ये फिल्म इसलिए पसंद नहीं आई क्योंकि इस में कुछ धर्मगुरों को धर्म के नाम पर व्यवसाय करते दिखाया गया और कुछ लोगों को इसलिए पसंद आई क्योंकि इस फिल्म में धर्म के वास्तविक रूप पर दलीलें प्रस्तुत की गईं। बहुत विवादित इस फिल्म ने लागत से २ गुना कमा लिया है।कहानी है