हंसी के महा ठहाके - 12 - ऑनलाइन शॉपिंग के मजे

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ऑनलाइन शॉपिंग के मजे आजकल तेज भागती दुनिया में हर चीज ऑनलाइन उपलब्ध है।अब वे दिन लद गए, जब चीजों को खरीदने के लिए लंबी लाइन लगती थी।चाहे बैंक हो, रेलवे स्टेशन का रिजर्वेशन काउंटर हो या ऐसी ही अन्य कोई सार्वजनिक सेवा, लोग कतार से थोड़ी देर के लिए भी हटते तो अपने बदले किसी और को खड़ा कर जाते।मौजीराम उन दिनों को याद कर और आज के दिनों की तुलना कर राहत की सांस लेते हैं।अब अनेक काम घर बैठे ही होने लगे हैं।आज का अखबार पढ़ते हुए एक खबर पर उनका ध्यान अटका,"ऑनलाइन बुकिंग में ठगी, पार्सल