ज़िन्दगी के रंग

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1.जब भी तेरी याद आती है उदास कर जाती हैं। न जाने क्यों तेरे बिना ज़िंदगी काटी नहीं जाती हैं।।2.भूल क्या हुई खबर नहीं दोष क्या है पता नहीं, हर कोई नाराज़ है मुझसे कौन है जो खफा नहीं?3.समझदार हो गई ये दुनिया तुमसे जो मोहब्बत हुई है, इस तरह से पेश आते है लोग इश्क़ नहीं जैसे कयामत हुई है।।4.तुझमें कहीं में चलती रहूं मुझमें सफ़र तू करता रहे, रग रग मे तेरी में बहती रहूं हर सांस में मेरी तू गुजरता रहे ।।5.ये इश्क़ की आग होगी न कम तुम और हम एक एटम बमबारूद के जैसा अपना