सपनों से भरे नैना

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1.ना झूठ बोलना पडे़ मुझे जमाने सेना कुछ छुपाना पडे़ मुझे अपनो सेकुछ ऐसा इंतजाम करसब कुछ आसां हो तेरे मेरे दरमियांऔर किसी को खबर भी ना लगे2.दीवानी हुँ तेरी इस बात से इंकार नहींलेकिन कैसे कह दूँ कि तुमसे प्यार नहींतेरी नजरों कि ही शरारत थी कुछमैं इसमे अकेली गुनहगार तो नहींमाना जताया नहीं कभी तुमने मुझसेलेकिन किया कभी इंकार भी नहींजो ना होती मोहब्बत हमसे तुम्हेंतो क्युँ दूर जाना हमसे गँवारा नहीं3.ऩजरो से छुआ था बस तुम्हेंपल भर के लियेहमे खबर ही न हुईये दिल कब तु्म्हारी ख्वाहिश कर बैठाये जानते हुए कि तुम किसी और कि अमानत