कश्मकश ज़िन्दगी की

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1.ये फिजा़, ये मौसम, ये नजारे रहे ना रहेमगर मैं चाहुँ बस इतना तेरा मेरा साथ रहेना बिछड़े कभी हम एक दुजे सेहमारा प्यार युँ ही कायम रहेसाथ मे ना सही तो यादो में रहेतु मुझे याद करे मैं तुझे याद करूँये यादों का सिलसिला बस युँ ही चलता रहे2.तुझे टुट कर चाहना भूल थी मेरीतेरा इंतजार करना भूल थी मेरीमैं ये मान कर बैठी थी कि कभी तो तु भी चाहेगा मुझकोलेकिन तुझे चाहना ही तो मेरी सबसे बड़ी भुल थी3.बदनाम होने से अच्छा हम गुमनाम ही सहीकोई नाम अगर ले हमारा बदनामी मेतो इससे अच्छा वो नाम हमारा