पलकों पे सजे ख्वाब

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1.वक्त कहाँ किसी का एक सा रहता हैआज बुरा तो कल अच्छा होता हैंइसे याद रख कर किसी को क्या मिलता हैयाद रखना है, तो बस इतना कि उस वक्त कौन - कौन साथ देता है2.मेरी आरजू है कि तुझे एक बार मिलूएक पल ना हटे मेरे सामने से तुआ तुझे अपनी निगाहों मे भर लूतु सजा दे जो, तेरे साथ उमर कैद कीतो मै जिदंगी अपनी गुनाहो से भर लु3.क्या महसूस हुआ है तुम्हें कभीतुम्हारी याद मे मैं कितनी रात जगीछोड़कर हर खुशी को बस तुम्हारी खुशी देखीरात निकल जाती है रोते रोतेसुबह उठकर फिर सबसे छुपकर अपना मुँह