अनजाने एहसास

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1.नज़राना मोहब्बत काअपने महबूब को क्या दूंजो ख़ुद बेशकीमती है मेरे लियेमैं उसे तोहफ़ा क्या दूंइश्क़ की किताब परसिर्फ तुमको ही लिखा है अपनीप्यार की उस इबादत कोमैं शब्दों का आशियाना क्या दूं... 2.कभी तो ऐसा हुआ करे कोई मेरा युँ ख्याल करेमेरे अश्क में जिया करे मेरे नाम पे मरा करेदर्द दिल की दवा करे चाक जिगर को सियाह करेमेरी चाह में करे मुझे टुट कर चाहा करेखुद से न जला करे मुझे खुदा से मांगा करे3.मोहब्बत सिखा कर जुदा हो गए, ना सोचा ना समझाखफा हो गए...दुनिया में किसको हम अपना कहें, अगर तुम ही मेरीजान बेवफा हो