लम्हें जिन्दगी के

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1.याद हम ज़्यादा और वो कम करते हैफिर भी वो कहते है कि प्यार वो ज़्यादा और हम कम करते है2.लफ्जों का भी तापमान होता हैकभी सुकून देते हैं कभी जला देते हैं3.इजाज़त लेकर जो दिल में आए उसे प्यार नहीं कहतेप्यार तो वो है जो ना चाहते हुए भी दिल में बस जाए4.ये शाम और दीवालीदीवाली के दीयों सी रौशन होहर शाम तो क्या बात हो,ऐसे ही मिलते रहे हम यारहर शाम तो क्या बात हो,चेहरों पर खिली रहे मुस्कानहर शाम तो क्या बात हो,यूंही जगमगाता रहे हर गांव और शहरहर शाम तो क्या बात हो5.कई शाम गुजर गई