स्पॉन्सर

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स्पॉन्सरकहानी/शरोवन***‘मैं तुम्हारी बात का मतलब नहीं समझा?’‘मैं समझाता हूं। आप जो चने खा रहे हैं, उसके पेपर को ज़रा गौर से देखिये।’‘ये तो इंडिया होम क्रसेड वालों का पेपर है। तुम्हें कहां से मिला? दीनबंधु यह देखकर आश्चर्य से गड़ गये कि जिस पेपर में उस लड़के ने उन्हें चने दिये थे, वह पेपर तो मसीह यीशु के सुसमाचार को फैलाने के लिये बांटे जाते हैं। लेकिन यह लड़का तो इसमें चने बेचा करता है?***‘जहूराबाद नगर के स्थानीय दैनिक अखबार में क्रिश्चियन विला के चर्च के पास्टर दीनबंधु मसीही ने छपी हुई खबर को पढ़ा तो अचानक ही चौंक गये।