बिमन दा के उसूल भी न

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यह उन लोगों पर व्यंग्य है, जिन्होंने अपने जीवन में कुछ ऐसे विचित्र से सिद्धांत बना रखे हैं, जो समय, स्थान और मौका देख कर अक्सर बदल जाते हैं। मेरा यह व्यंग्य आपको न सिर्फ हंसने के लिए मजबूर करेगा, बल्कि काफी कुछ सोचने के लिए बाध्य भी करेगा।