“जब हौसले काँपे… और फैसले पुख़्ता हुए” सुबह की शुरुआत बेचैनी से हुई।जिया ने आँखें खोलीं तो दिल में ...
शादी बाद की ज़िंदगी नया घर, नए रिश्ते, और नई शुरुआत शादी की रस्में खत्म हो चुकी थीं,लेकिन Raj ...
(शादी — खामोशी का सबसे सुंदर इज़हार)सुबह की हल्की धूपघर की खिड़कियों से छनकर अंदर आ रही थी।आज घर ...
यहां हमें विश्वास के साथ-साथ सपने बेचना भी सीखना था जो सपना मुझे या मेरे जैसों को दिखाकर समाज, ...
ज़िंदगी में कभी-कभी ऐसी घटनाएँ घट जाती हैं जो हमारी अक़्ल और समझ से बाहर होती हैं। आप मानें ...
सत्यजीत :- एकांश गिरी ने फोन किया था। वो धापा लेकर आ रहा है।सत्यजीत की बात सुनकर एकांश अपने ...
इतना कह बॉडीगॉर्ड तुरंत चुप हो जाता हैं और वो भी एक चेयर खींच उस पर बैठ जाता हैं। ...
बॉडीगार्ड की बात सुन जिया उस बॉडीगार्ड के साथ कोर्ट से बाहर चली जाती है।बॉडीगार्ड और जिया जब बाहर ...
मुंबई शहर के एक कोर्ट में एक लड़की रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर बैठी थी। तभी कमरे के अंदर ...
"वो जो मेरा था..."एपिसोड – 15हवा में ठंडी नमी थी, मानो मौसम खुद उनके रिश्ते की हलचल को महसूस ...
"वो जो मेरा था..." – Episode 14---सांझ ढल चुकी थी। शहर की रोशनियाँ जैसे आसमान के तारे ज़मीन पर ...
"वो जो मेरा था..." Episode 13 – काव्या का सबसे खतरनाक फैसला…1. रात का तूफ़ानमुंबई की वो रात बेचैन ...
"वो जो मेरा था..." Episode 12 – जब समर ने पहला वार किया…1. सुबह की चुप्पीसुबह मुंबई का आसमान ...
"वो जो मेरा था..." Episode 9 – जब काव्या ने पहली बार आरव के लिए लिखा…---कहते हैं, लिखने वाला ...
"वो जो मेरा था..." Episode 7 – Chapter Café में छुपा राज़---कभी-कभी कुछ ठिकाने सिर्फ मुलाक़ातों के लिए नहीं ...
"भाभी यह गोल्डन बार्डर वाली लाईट पिंक कलर की साड़ी अच्छी लग रही है। और यह ज्यादा हैवी भी ...
PART–2दिल्ली की सुबह गाँव की सुबह जैसी नहीं होती। यहाँ सूरज निकलने से पहले ही शोर शुरू हो जाता ...
तथ्या को परवरिश अपने भाई से मिली थी जिस कारण उसका सबसे ज्यादा लगाव अपने भाई समीर से ही ...
सवा का महीन था। चारों तरफ हरी चादर पेड़ पौधों को ढके हुए थी । आकाश में काली घटाएं ...
रिया और समीर की प्रेम कहानी कॉलेज के दिनों में शुरू हुई थी और परिवार की रज़ामंदी के बिना ...
काशी : एक अद्भुत अह्सासलेखक : विजय शर्मा एरीशब्द संख्या : लगभग १५००सूरज अभी पूरी तरह उगा भी नहीं ...
नंदीश संधु सिंह उस रात बंगले से निकल पड़ा आज वह सिर्फ़ एक पति नहीं था , वो वकील ...
इंदौर शहर अपनी साफ़-सुथरी सड़कों, स्वादिष्ट पोहे-जलेबी और अपनत्व से भरे मोहल्लों के लिए जाना जाता है। ऐसा ही ...
कुछ देर बाद ही न्यारा की रोने की आवाज आने लगी।सारा ने देखा तो नताशा उसके बाल बना रही ...
त्रिपूरारी को दैखकर आदित्य बहोत खुश हो जाता वो दौड़कर अपने मामा के पास जाता है और गले लगते ...
बचपन की आख़िरी चिट्ठी(एक हिस्सा, पर पूरी कहानी)हमारा पहला दिन था प्लेस्कूल का।मैं नीली फ्रॉक में थी, नैना पीले ...
धूप का हल्का पीला रंग खेतों की मेड़ों पर फैल रहा था। कहीं दूर एक बच्ची मिट्टी से सनी ...
[ 5. आंतरिक सुरक्षा ]भूल-59असम में समस्याओं को बढ़ानापूर्व में विस्तार में दी गई भूल#5 में हमने जाना कि ...
भूल-85विकृत, स्वार्थपूर्णधर्मनिरपेक्षता और अल्पसंख्यकवादधर्मनिरपेक्षता राज्य को धर्म से पूरी तरह से अलग करना है। यह राज्यों का प्रतिनिधित्व करनेवाले ...
भूल-86नेहरू और समान नागरिक संहिता (यू.सी.सी.)भारत में राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व (डी.पी.एस.पी.) का अनुच्छेद-44 समान नागरिक संहिता (यू.सी.सी.) को ...