टकेट नाम की बाल्टी Learn Hindi - Story for Children

Hindi   |   05m 51s

Tucket is tossed into a corner due to his hole. Watch him become the garden favorite again. टकेट नाम की बाल्टी लेखिका - कुरालि मानिकवेल टकेट दुनिया की सबसे दुखी बाल्टी थी। एक समय वह बग़ीचे की सबसे प्रिय थी। और जब माली पानी लेने जाता तो उसे झुलाया करता था। वह कहता था, \"कितनी प्यारी बाल्टी है।\" लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, टकेट बाल्टी में एक छेद हो गया। बस, अचानक ही वह बेकार हो गई। छेदवाली बाल्टी, भला किस काम की? बेचारी टकेट बग़ीचे के एक कोने में फेंक दी गई। अब वह बाहर पड़ी रहती, बारिश और धूप में। धीरे-धीरे उसमें ज़ंग लगने लगा। कभी-कभी तो उसे ठोकरें भी मिलतीं। इस बाल्टी को अब उठाकर फेंक देना चाहिए।\" माली बुदबुदाता। टकेट, इस तरह फिंकना नहीं चाहती थी। उसे बहुत दु:ख होता, हालाँकि बग़ीचे में रहने वाले उसके मित्र, उसे बहलाने की कोशिश करते। जब कभी वह ठोकर से गिर पड़ती, गिलहरी उसे फिर सीधा कर देती। चिड़ियाँ ख़ुशी से अपने पर फड़फड़ातीं, चिंता मत करो टकेट। वे प्रेम से कहतीं। टकेट, सचमुच ख़ुश रहने का प्रयास करती। किंतु यह बहुत कठिन था। एक दिन एक नन्हीं लड़की बग़ीचे में दौड़ती आई, और टकेट के पास आकर रुक गई। टकेट सिहर उठी, और सदा मिलनेवाली ठोकर का इंतज़ार करने लगी। तभी उसने सुना बिलकुल ठीक! शीघ्र ही उसने जाना कि वह बग़ीचे के पाइप के नीचे थी। उसने एक सनसनी और चरचराहट-सी महसूस की। लड़की उसे साफ़ कर रही थी! उसने ज़ंग की मोटी परतें गिरती अनुभव कीं और उसका रूप निखर आया। वाह! तुम्हारी तली में एक बड़ा छेद है। लड़की ने कहा। उसने अंदर झाँका। और भी अच्छा! टकेट को अपने कानों पर विश्वास नहीं हो रहा था। लड़की छेदवाली बाल्टी ही चाहती थी? लड़की उसे बरामदे में ले गई, और उसे अच्छी मिट्टी से भर दिया, फिर उसके अंदर एक गुलाब का नन्हा पौधा रोप दिया। वह टकेट से बोली, यह एक नन्हा गुलाब है। तुम्हें इसकी देखभाल में मेरी मदद करनी होगी, ठीक है? टकेट बहुत ख़ुश थी। वह लड़की सचमुच उसे चाहती थी, यहाँ तक कि उसने उस नन्हें गुलाब की देखभाल करने को भी कहा। टकेट ख़ुशी से भर उठी। जब लड़की पौधा लगा चुकी, तो वह गर्व से खड़ी हो गई। लड़की ने टकेट को सावधानी से बरामदे में सबसे अच्छे स्थान पर रखा। यह बहुत ही आरामदायक कोना था, हवा और बारिश से सुरक्षित। टकेट ने मुस्कुराकर अपने बग़ीचे के मित्रों की तरफ़ आँख झपकाई। देखो, मैं इस नन्हें गुलाब की देखभाल कर रही हूँ!\" हम लोग तुम्हारे लिए बहुत ख़ुश हैं, टकेट। ख़ुशी से गिलहरी चहकी और चिड़ियाँ चहचहार्इं। टकेट ने गुलाब की अच्छी तरह देखभाल की, लड़की प्रतिदिन उसे देखने आती और उसके मित्र भी। अब वह संसार की सबसे ख़ुश बाल्टी थी। Narration: Vandana Maheshwari Illustrations: Charudatta Prabhu Desai Animation: BookBox Music & Art Direction: Holger Jetter Translation: Vandana Maheshwari

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