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  • ब्रुन्धा-एक रुदाली--भाग(१)

    इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के...

  • विवान द सुपर स्टार - 1

    विवान महज दो महीने का लड़का था जो बालपन में ही बड़ा खुश मिजाज था। उसके चेहरे पर हर...

  • अनकही मोहब्ब्त - भाग 1

    प्रेम कहानी बहुत दिलचस्प होती है लेकिन हर कहानी आसान नहीं होती इस दुनिया में वास...

  • જૂનું અમદાવાદ

    *અમદાવાદનો અમારો ગાંધી રોડલેખક: *અશોક દવે**મને એટલું યાદ છે કે, ભગવાન શ્રીકૃષ્ણ...

  • तमस ज्योति - 1

    प्रकरण - १ "दोस्तो! मैं हूं इस शो की होस्ट अमिता। आप सभी का तहे दिल से स्वागत कर...

  • ERomance In Pandemic - 1

    Ever snooped on your friend's dating app messages? Now you can, without the...

  • જોશ - ભાગ 1

    Kanu Bhagdev ૧ : ભય, ખોફ, ડર... ! રાત્રિના શાંત, સૂમસામ વાતાવરણમાં અચાનક જ ગુંજી...

  • मोहब्बत की दर्द

    प्यार किसी से हो जाना ये एक इतिफाक होता है लेकिन उसे अपने जीवन में लाना ये खुदा...

  • स्याह उजाले के धवल प्रेत - भाग 1

    भाग -1 प्रदीप श्रीवास्तव पोस्ट-ग्रेजुएट राज-मिस्त्री वासुदेव को समाचार शब्द से ह...

  • His Quees - 1

    (ही एक काल्पनिक कथा असून त्याचा कोणाशीही काही संबंध नाही. तसे आढळून असल्यास तो न...

गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

गुलकंद पार्ट - 10 अंतिम भाग अनरसे वाकई बहुत अच्छे बने थे। भौंचक खड़ा वीरेश देख रहा था कि उत्साह से भरी अम्मा बड़े प्यार से तीनों के टिफिन में ठूंस-ठूंस कर भर रही थीं... गुलकंद भरे...

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बंदर से इंसान - पुनर्जन्म By Shakti

बंदर से इंसान - पुनर्जन्म मुझे पिछले जन्मों की बहुत याद आती है। शायद कोई सिद्धि मेरे अंदर है या मेरा कुंडली जागरण थोड़ा बहुत हो गया है। मुझे याद आता है कि सबसे पहले एक शून्य था। शू...

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लव एंड ट्रेजडी - 13 By Urooj Khan

इसी तरह दिन गुज़रते गए हिमानी सेलनियों को घुमाती, हरि किशन जी भी मंदिर जाते और कुछ थोड़ी बहुत दक्षिणा मिलती उसे घर ले आते । मई का महीना आ चुका था। मंदिर के कपाट खुल चुके थे इस बार...

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अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 32 By रितेश एम. भटनागर... शब्दकार

जतिन का रोका शुरू करने के लिये राजेश.. जतिन के सामने आकर बैठ गया था चूंकि राजेश और जतिन पहले से ही अच्छे दोस्त थे तो उनके बीच में वो जीजा साले वाला शुरुवाती संकोच नहीं था लेकिन उन...

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ब्रुन्धा-एक रुदाली--भाग(१) By Saroj Verma

इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के साथ उसके लिए रोना लगभग कठिन सा हो जाता है,अगर आपसे कोई कहे कि अब रोने लगो, तो शायद आपके लिए ऐसा कर प...

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Tum hi to ho - 10 By Queen of Night

शुभम ऑफिस पोहच जाता है वो अपने कैबिन में जाते ही उसका सेक्रेटरी वहा आता है शुभम कहता की दिग्विजय अंकल आने वाले हैं और वो सिद्धि का भी नाम बताते हुए कहता है की अगर वो आए तो सबसे पहल...

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Love at First Slight - 9 By Prem Charthad

Rahul woke up early, feeling refreshed and excited for the first day of Diwali. His mother, Amrita, was already up and about, preparing for the day's festivities."Good morning,...

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एहसास ए ख़ास By Manshi K

रात की चादर ______________ रात की चादर से लिपट रही हूँ, अंधेरे से खुद को छुपा रही हूँ। खुशियों की राहें अब गुम हो गईं, मेरे दिल की धड़कनें धीमी हो गईं।सपने जो कभी रंगीन थे मेरी नजर...

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दिल से दिल तक एक तरफ़ा सफ़र - 2 By R. B. Chavda

आप सब कैसे है? मैंने जो स्टोरी लिखी थी दिल से दिल तक एक तरफ़ाह सफर पार्ट १, [अगर आपने इस कहानी का पहला भाग नहीं पढ़ा है तो आप उसको पहले पढ़ लीजिये ताकि आपको इस पार्ट में आगे क्या हुआ...

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કાંતા ધ ક્લીનર - 27 By SUNIL ANJARIA

27."આ તો મારા લોકરમાં હતી. મારું અંગત લોકર અડવાનો કોઈને હકક નથી." કાંતા ટાઈમર સામે જોતી બોલી."જો કાંતા, તારું પર્સનલ કશું જ નથી. તું હોટેલની એમ્પ્લોયી છો અને હોટેલ તને તારું યુનિફો...

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गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

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ब्रुन्धा-एक रुदाली--भाग(१) By Saroj Verma

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Tum hi to ho - 10 By Queen of Night

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रात की चादर ______________ रात की चादर से लिपट रही हूँ, अंधेरे से खुद को छुपा रही हूँ। खुशियों की राहें अब गुम हो गईं, मेरे दिल की धड़कनें धीमी हो गईं।सपने जो कभी रंगीन थे मेरी नजर...

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दिल से दिल तक एक तरफ़ा सफ़र - 2 By R. B. Chavda

आप सब कैसे है? मैंने जो स्टोरी लिखी थी दिल से दिल तक एक तरफ़ाह सफर पार्ट १, [अगर आपने इस कहानी का पहला भाग नहीं पढ़ा है तो आप उसको पहले पढ़ लीजिये ताकि आपको इस पार्ट में आगे क्या हुआ...

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કાંતા ધ ક્લીનર - 27 By SUNIL ANJARIA

27."આ તો મારા લોકરમાં હતી. મારું અંગત લોકર અડવાનો કોઈને હકક નથી." કાંતા ટાઈમર સામે જોતી બોલી."જો કાંતા, તારું પર્સનલ કશું જ નથી. તું હોટેલની એમ્પ્લોયી છો અને હોટેલ તને તારું યુનિફો...

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