रूस के पत्र - 11

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पिछड़ी हुई जातियों की शिक्षा के लिए सोवियत रूस में कैसा उद्योग हो रहा है-यह बात तुम्हें पहले लिख चुका हूँ। आज दो-एक दृष्टांत देता हूँ। यूराल पर्वत के दक्षिण में बास्किरों का निवास है। जार के जमाने में वहाँ की साधारण प्रजा की दशा हमारे ही देश के समान थी। वे जीवन-भर चिर उपवास के किनारे से ही चला करते थे। तनख्वाह उन्हें बहुत कम मिलती थी। किसी कारखाने में ऊँचे पद पर काम करने लायक शिक्षा या योग्यता उनमें नहीं थी, इसलिए परिस्थिति के कारण उन्हें सिर्फ मजदूरी का ही काम करना पड़ता था। क्रांति के बाद इस देश की प्रजा को स्वतंत्र शासन के अधिकार देने का प्रयत्न शुरू हुआ।