माँ की गोंद - 2

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माँ ज़िन्दगी का हर हिस्सा है, माँ से सुरू इस सृष्टि का हर किस्सा है।माँ के बिना तो शृष्टि का निर्माण अधूरा है, माँ से ही ईश्वर का हर ग्यान भी पूरा है।।"माँ" 'जननी जन्म भुमिस्च' दोस्तों जिंदगी की सुुुरुआत अपने जाननी से सुुुरु होती है, और जन्म भूमि पे खत्म होती है। इसीलिए मैं कहना चाहता हूँ कि हमारे शरीर का रोम रोम माँ बाप का कर्जदार है, और हम माँ बाप की और देश कि जितनी सेेवा करें कम है ।चलो अब मैं अपने कहानी पर चलते हैं , तो आज मै 21 वर्ष का हु, घर की हालत