कुबेर - 10

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कुबेर डॉ. हंसा दीप 10 दादा की इसी नसीहत के चलते जीवन-ज्योत का हर समझदार व्यक्ति ऐसे तत्वों की सूचना दादा को देना अपना पहला कर्तव्य समझता। यही कारण था कि जीवन-ज्योत किसी ऐसी समस्या के साए में आने लगता तो तुरंत उस समस्या का निदान हो जाता। ऐसा नहीं है कि अभी तक ऐसे तत्वों की पहुँच से दूर ही रहा था जीवन-ज्योत का परिसर। कई बार एकाध-दो ऐसे ग़लत व्यक्ति आ जाते थे मदद माँगने के लिए जो असहाय नहीं होते पर दिखावा करते। जीवन-ज्योत के बढ़ते प्रभाव पर अपनी भड़ास निकालते लेकिन वरिष्ठ सदस्यों की होशियारी और