साइबर क्राइम - 5

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साइबर क्राइम – भाग पाँच आर० के ० लाल मेरी बात सुनकर मैडम रोने लगीं । उन्होंने कहा," मैं तुम्हें अपनी राम कहानी बताती हूं। मैं बुरी तरह से फंस गई हूं लेकिन मैं घर से भागकर यहां आई हूं इसलिए मेरी मदद करने वाला कोई नहीं है। मैडम ने अपनी मजबूरी बताई कि घर का खर्च चलाने के लिए मुझे एक नौकरी भी तो चाहिए, इसलिए मुझे इस तरह का काम करना पड़ रहा है। मेरे पिता गाँव में खेती करते हैं । बचपन में मैं चाहती थी कि खूब पढ़ूँ और अपने पिता के सपनों को साकार करूँ।