अनजाने लक्ष्य की यात्रा पे - भाग 25

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पिछले भाग में आपने पढ़ा कि व्यापारी की पत्नि को एक रहस्यमय रोग हो गया। क्या वह रोग है अथवा नहीं? क्या उसका कोई निदान है? और आगे क्या होता है? जैसे सवालों के जवाब प्रस्तुत हैं... अनजाने लक्ष्य की यात्रा पे भाग-25 डाकू का पत्नि प्रेम यह उत्तर सभी की समझ से परे था। “हाँ भी और ना भी? वह किस प्रकार वैद्यराज?” मैंने पूछा। “आश्चर्य न करो पुत्र, मैं सत्य कह रहा हूँ।” वैद्यराज ने कहा। “आश्चर्य कैसे न करूं वैद्यराज? यह सत्य कैसे हो सकता है? सत्य या तो हाँ हो सकता है अथवा