दो बाल्टी पानी - 27

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उधर ठकुराइन अभी अपनी चोटी कटने के दुख से उबरी नही थीं कि पिंकी की चोटी कटने से और सदमे में आ गयीं, जब ये बात स्वीटी को पता लगी तो उसे बहुत खुशी हुई, आखिरकार उसे सुनील पसंद जो था |“ अम्मा ......अम्मा......अरे वो पिंकिय़ा की भी चुडैल ने चोटी काट दी, कल रात में” स्वीटी ने थोडा हंसते हुये कहा | “ हां ..हां....अभी पता चला, लेकिन तू काहे इत्ता उछल रही है, अरे उसी चुडैल ने तो हमारी चोटी......” इतना कहते ही ठकुराइन गला फाड के चिल्लाने लगीं | “ अरे अम्मा काहे कान की ठेठी हिलाये हो, बाल