यारबाज़ - 13

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यारबाज़ विक्रम सिंह (13) अब तो क्या गांव पूरे इलाकों में बस पोस्टर और बैनर ही बैनर दिख रहे थे। हर तरफ चुनाव की बात चल रही थी, इस बार का छात्र चुनाव कौन जीत पाएगा। आखिर वह तारीख भी आ गई। 26 तारीख का दिन सुबह -सुबह सूरज अपने नई उमंग और जोश के साथ निकला था। कालेज में वोट के लिए बूथ बन चुके थे और हर एक कोई अपने हिसाब से कमांडरों को गांव गांव से लेकर गली गली में आ जा रहा था। दो तीन कामंडर जीप श्याम के भी घूम रहे थे। एक कमांडर जीप में