सच्ची भक्ति

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*गणेश चतुर्थी पर विशेषसिंधु देश की पल्ली नगरी में कल्याण नामक धनी व्यक्ति रहते थे। उनकी पत्नी थी इंदुमती। उनके विवाह को बहुत वर्ष बीत गए पर संतान का सुख उन्हें न मिला। इंदुमती ने बहुत पूजा पाठ की। तब भगवान शंकर की कृपा से उन्हें एक बेटे की प्रप्ति हुई। पुत्र होने की खुशी में कल्याण ने पूरे नगर को दावत दी। जिसने दावत उड़ाया, वह कल्याण का गुण गाते न थका।कल्याण ने बेटे का नाम रखा बल्लाल। वह बड़ा ही हंसमुख था। उसकी मां उसे देवताओं की कहानियां सुनातीं। ऐसी कहानियां सुनने में बल्लाल को बड़ा मजा आता।