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सीता माता को छुडाने के लिए हनुमानजी ने रावण की लंका का दहन किया था, आज हम उसकी क...
आकाश ने रोहिणी को समझाया कि मैं भी यही चाहता हूँ, परंतु हमें एक श्राप मिला हुआ ह...
कराल कलिकाल के कपटी प्राणियों का उद्धार करने के लिये आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ग...
श्रीमद्भागवतगीता के कुछ महत्वपूर्ण श्लोक (भाग 2) अध्याय 5 श्लोक 16ज्ञानेन तु तदज्ञानं येषां नाशितमात्मनः ।तेषामादित्यवज्ज्ञानं प्रकाशयति तत्परम् ॥जिनका अज्ञान दिव्य ज्ञान द्वारा नष...
शिव देवाधिदेव हैं.. वे देवो के देवता है। मनुष्यों के देव हैं, महादेव हैं। लेकिन वे दैत्यों के भी देवता हैं।हर असुर ने उनका पूजन किया, वरदान पाए। शिव ने भक्त भक्त में भेद नही किया।...
वृंदावन ब्रजमंडल में मथुरा, गोकुल, नंदगांव, वृंदावन, बरसाना, गोवर्धन आदि क्षेत्र आते हैं। मथुरा जहां श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है। वहीं गोकुल उनकी बाललीला की भूमि है। श्रीकृष्ण जब थो...
सीता माता को छुडाने के लिए हनुमानजी ने रावण की लंका का दहन किया था, आज हम उसकी कथा सुनेंगे ।हनुमानजी माता सीता से लंका में अशोकवाटीका में छोटा रूप धारण कर मिले तथा सीता माता की आज्...
शिष्य: गुरुजी, चेतना क्या है? गुरु: चेतना अस्तित्व का मूलभूत पहलू है जो हमें अपने आस-पास की दुनिया का अनुभव करने और अनुभव करने की अनुमति देती है। यह जागरूकता है जो सभी विचारों, भाव...
यह कहानी मेरे साथ घटी एक सच्ची घटना है।हारली में कोरोना वाइरस के कारण पूरे भारत भर में लॉकडाउन किया गया था। उसी लॉकडाउन में मेरे साथ यह घटना घटी थी जो अभी मैं आपको बताने जा रहा हु।...
पण्ढरपुर में लक्ष्मीदत्त नाम के एक ऋग्वेदी ब्राह्मण रहते थे। ये सन्तों की बड़े प्रेम से सेवा किया करते थे। एक बार इनके यहाँ साक्षात् नारायण सन्तरूप से पधारे और आशीर्वाद दे गये कि त...
आकाश ने रोहिणी को समझाया कि मैं भी यही चाहता हूँ, परंतु हमें एक श्राप मिला हुआ है, पूर्णिमा की रात को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक हमें भेड़ियाँ का रूप अपने आप ही लेना पड़ता है इसको हम रो...
कराल कलिकाल के कपटी प्राणियों का उद्धार करने के लिये आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने गोस्वामी श्रीतुलसीदास के रूप में अवतार लिया। आदिकवि ने त्रेतायुग में श्रीरामायण नामक प्रबन्ध महाकाव्य...
श्रीदिवदासजी के वंश में उत्पन्न श्रीयशोधरजी के घर में अनपायनी भक्ति प्रकट हुई। आपके स्त्री-पुत्र आदि सभी लोग आपके मत से सहमत थे। सभी भगवत्परायण थे। आप भगवान् की एवं उनके भक्तों की...
आलेख - जन्मदिन को खास बनाएं•••••••••••••••••••••••••••• सबसे पहले तो आप सबको आने वाले अनगिनत जन्मदिनों की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूॅं।आप सभी स्वस्थ सानंद रहें, दीर्...
आज होली का दिन है।श्री राम और लक्ष्मण माता सीता की खोज करते हुए किष्किंधा राज्य में हैं।यहां वानरराज सुग्रीव से उनकी मित्रता हो चुकी है।श्री राम और लक्ष्मण पंपा नदी(वर्तमान नाम तुं...
नीलम कुलश्रेष्ठ एपीसोड --1 [यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल [वर्ल्ड हेरिटेज साइट ]--- चाँपानेर ] क्या आप उत्तरप्रदेश व कश्मीर के पहाड़ देख चुके हैं ? उन के सौंदर्य से हट कर कुछ अलग देखना...
भगवान् विष्णु के मत्स्य अवतारमत्स्य अवतार भगवान विष्णु के प्रथम अवतार है। मछली के रूप में अवतार लेकर भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव-जन्तु एकत्रित करने के लिये कहा और पृ...
आलेख-सामाजिक और धार्मिक कार्यों में आगे कैसे बढ़ें?********************* मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।जिसका अपना सामाजिक और मानवीय धर्म भी है, जिसका निर्वहन उसे करना ही होता है। चूं...
प्रस्तुत कहानी 1947 के विभाजन एम उसके बाद की त्रासदी का वर्णन करती है। मेरा एक सिख मित्र जो अपनी मां को माजी कहता है और मेरे साथ मुंबई में काम करता है। विभाजन से पहले माजी रावलपिंड...
अंततः पांच सौ सालों की लंबी प्रतीक्षा, कई पीढ़ियों के साथ वर्तमान पीढ़ी का भी सपना 22 जनवरी को तब साकार हो गया,जब अयोध्याधाम में भव्य राम मंदिर में हम सबके प्रभु श्रीराम जी के विग्...
एक छोटे से गांव में, मनन नाम का एक किसान रहता था। वो अपने बीवी और बाल बच्चों का पालन पोषण करने में सक्षम नहीं था। वो पुरा दिन खेतों में काम करता था। परंतु वो इतना पैसा नहीं कमा पता...
इसी दिन समुद्र मंथन के समय क्षीर सागर से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं और भगवान विष्णु को अपना पति स्वीकार किया था। कथा इस प्रकार है- एक बार भगवान शंकर के अंशभूत महर्षि दुर्वासा पृथ्वी...
अखा भगत गुजराती भाषा के प्राचीन कवियों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। वे अपने समय के सर्वोत्तम प्रतिभा संपन्न कवि थे। उनका समय 1592 से 1673 ई. तक माना जाता है। वृत्ति की दृष्टि से वे स...
भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था,...
श्रीधर स्वामी के विषय में प्रामाणिक सामग्री तो उपलब्ध नहीं है, जो किंवदन्तियां हैं, उन्हीं के आधार पर कुछ जानकारी है। महापुरुषों के जीवन के सत्य को ऐसी किंवदन्तियां ही बहुत कुछ प...
नानी बाई रो मायरोनानी बाई ने (मायरा) भात भरने के लिए नरसी जी को बुलाया। नरसी जी के पास भात भरने के लिए कुछ नहीं था. वह निर्धन थे लेकिन भगवन की भक्ति का खजाना भरपूर था. वो कहते थे क...
चोखा मेला महार जाति के थे। मंगलवेढ़ा नामक स्थान में रहते थे। बस्ती से मरे हुए जानवर उठा ले जाना ही इनका धंधा था। बचपन से ही ये बड़े सरल और धर्मभीरु थे। श्रीविट्ठल जी के दर्शनों क...
पण्ढरपुर से पचास कोस की दूरी पर औंढ़िया नागनाथ एक प्रसिद्ध शिवक्षेत्र है। यहीं पर यजुर्वेदी ब्राह्मण कुल में विसोबा का जन्म हुआ था। सराफी का काम करने के कारण ये 'सराफ' कह...
प्रभु श्रीराम सालों बाद आज अयोध्या नगरी में प्रभु श्रीराम आए हैं ।सूनी आँखों ने आज प्रभु श्रीराम के दर्शन पाए हैं ।बालक - वृद्ध, नर - नारी सभी जश्न मनाते हैं ।देवगण, ऋषिगण - मुनिगण...
भगवन्नाम महिमाहरिनामपरा ये च घोरे कलियुगे नराः ।त एव कृतकृत्याप्चश्न कलिर्बाधिते हि तान् ॥ “घोर कलियुग में जो मनुष्य हरिनाम परायण हैं वे ही कृतकृत्य हैं। कलियुग उन्हें बाधा नहीं पह...
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