दह--शत - 52

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दह--शत [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड –52 अमन अभय से कहते हैं, “ऐसा क्यों नहीं करते इन्हें यहाँ से हटा दो, बेटे बहू के पास रख दो या बहू को यहाँ बुला लो।” वह चिल्ला उठती है, “मैं क्या कोई चीज़ हूँ कि उसे ये हटा देंगे?” अमन निर्णायक स्वर में कहते हैं, “आपको तो इस घर से, इस केम्पस से हटवाना पड़ेगा।” वह चिल्ला उठती है, “स्टॉप दिस नॉनसेंस। आप होते कौन हैं?” अभय अमन से कहते हैं, “मैं कह रहा था न ये साइकिक हो रही हैं।” अमन गंभीर होकर कहते हैं, “मेरे जान-पहचान के एक ‘साइकेट्रिस्ट’ हैं,