पृथ्वी के केंद्र तक का सफर - 19

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चैप्टर 19 पश्चिमी सुरंग - नया रास्ता। अब हमारा प्रस्थान दूसरे गलियारे की तरफ हो चुका था। हैन्स ने पहले की तरह आगे रहते हुए मोर्चा संभाला। हम सौ गज से ज़्यादा दूर नहीं गए थे तभी प्रोफ़ेसर ने दीवारों को परखना शुरू किया। ये आदिकालीन के उपज हैं, मतलब हम सही मार्ग में है, आगे सफलता मिलेगी! जब धरती के ऊपर थोड़ी शांति होती है तभी उसके नीचे कुछ हलचल भी होता रहता है। उन्हीं हलचलों से दरार, गड्ढे और गार बनते हैं। ये गलियारा भी उन्हीं गारों में से एक था जिससे ग्रेनाइट उत्पन्न होने के बाद बहे थे। हज़ार