इंसानियत - एक धर्म - 16

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अदालत कक्ष में फैला सन्नाटा और गहरा गया था । सबकी निगाहें सरकारी वकिल महाजन की तरफ लगी थीं और कान उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रहे थे । अपनी जगह पर खड़ा होते हुए महाजन ने झुककर जज साहब का अभिवादन किया और कहना शुरू किया ” योर ओनर ! भारतीय कानून व्यवस्था के इस गौरवशाली इतिहास में आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ जब किसी हत्या के मुजरिम के लिए किसी वकिल द्वारा उसकी पहली ही पेशी में जमानत की अर्जी दी गयी हो । और जब यह अर्जी देनेवाला राजन पंडित जैसा काबिल वकिल हो तो फिर