आदमी जात का आदमी-स्वयं प्रकाश

  • 26.7k
  • 6.9k

स्तक समीक्षा‘ आदमी जात का आदमी-स्वयं प्रकाशराजनारायण बोहरेआदमी जात का आदमी कहानी संग्रह स्वयं प्रकाश का छठवां कहानी संग्रह है जो किताबघर दिल्ली से प्रकाशित हुआ है। इस संग्रह में स्वयं प्रकाश की कुल ग्यारह कहानियां सम्मिलित हैं।हिन्दी के सातवें दशक से लिखना आरंभ करने वाले और अपनी खास भाषा और दृष्टि की वजह से कहानीकारों में अपना अलग स्थान बनाने की वजह से जिन कहानीकारों का नाम आता है उनमें रमेश उपाध्याय, स्वयं प्रकाश के नाम प्रमुख हैं। इस संग्रह की पहली कहानी एक खूबसूरत घर है जिसमें एक पापा हैं, बच्चे हैं और एक मम्मी भी हैं। पापा