बद्री नारायण: शब्दपदीयम्

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बद्री नारायण: शब्दपदीयम् पुस्तक समीक्षा- ’ बद्री नारायण हिन्दी के एकमात्र ऐसे कवि है जो उलटबांसी नुमा कविता नहीं लिखते । वे जो लिखते है वह आम पाठक भी समझ लेता है । शब्दपदीयम्’ उनका दूसरा कविता संग्रह है जो कवि ने दस वरस की तैयारी के बाद प्रस्तुत किया है, बल्कि यूं कहें कि दस बरस के धैर्य के बाद पेश किया है। बहुत दिनों बाद देखने में आया है कि भेड़ चाल से अलग हट कर कोई कवि अपनी जातीयता की खोज में अपने आसपास की चीजों और अपने मिथकों को लगभग सच मानते हुए निर्भय होकर कह