मैं ईश्वर हूँ - 6

  • 7.4k
  • 2.3k

बिम्ब अपने और ईश्वर के बीच की बातों को सोच रहा है एवं साथ- साथ इन सभी बातों को स्वप्न के माध्यम से अपने पुत्र तक पहुंचा भी रहा है जिससे जीवित अवस्था में ही उसे ईश्वर का ज्ञान हो सके, बिम्ब ईश्वर के साथ हो रहे सवाल जबाब को आगे बढ़ाते हुए सोचता है.......................... प्रश्न- तो क्या इसका यह अर्थ हुआ कि ईश्वर अपवित्र वस्तुओं जैसे कि मदिरा, मल और मूत्र में भी रहता है ? उत्तर- (1) पूरा संसार ईश्वर में है । क्यूंकि ईश्वर इन सब के बाहर भी है लेकिन ईश्वर के बाहर कुछ नहीं है ।