स्त्री.... - (भाग-15)

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स्त्री.......(भाग-15)हम सब इस अच्छी खबर से बहुत खुश थे......माँ ने मुझे सूजी का हलवा बनाने को कहा और खुद भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए पाठ करने लगी.....अगले दिन मेरे पति ने बैग में एक जोड़ी कपड़े भी रख लिए, उन्होंने बताया कि काम ज्यादा है, अगर देर हो गयी तो वहीं सो जाऊँगा......खाने की चिंता मत करना माँ मैं खा लूँगा....कह टिफिन ले कर चले गए। मैं, दीदी और माँ बाजार चले गए, दीदी की पसंद की साड़ियों और 2-3 चादरो के कपड़े ले लिए......डिजाइन छपवा और धागे ले कर पाव भाजी खा कर घर आ गए...बहुत दिनो के