संघ परिचय

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चड्डी पहने हुए दंड ले के खडे है। तभी उन्होंने संघ की स्थापना की। संघ का मुख्य उद्देश्य हिन्दू समाज संगठित करना और व्यक्तीनिर्माण द्वारा राष्ट्रनिर्माण करना है। डॉक्टर जी के जाने के बाद "गुरुजी" यानी माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर दूसरे सरसंघचालक बने।वर्तमान मे मोहन जी भागवत सरसंघचालक है। संघ मुख्य रूप से शाखा चलाता है। अब आपके दिमाग मे आएगा की शाखा मतलब क्या? शाखा का मतलब डाली। जिस तरह वृक्ष मे विविध डालियाँ होती है।जिससे वो वृक्ष मजबूत होता है ठीक उसी तरह संघ एक वट-वृक्ष है और शाखा इस वृक्ष की डालियाँ।संघ की शाखा मे जो भी व्यक्ति