कजरी- भाग २

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अभी तक आपने पढ़ा सोलह साल की अल्हड़ बंजारन कजरी को उसकी माँ पारो ने अपनी मैडम निशा जिसके घर वह काम करती थी वहाँ उसकी अनुमति से रख दिया ताकि वह ख़ुद दूसरे घरों में जाकर काम कर सके। पारो को उस परिवार पर भरपूर विश्वास था कि उनकी कजरी वहाँ बिल्कुल सुरक्षित रहेगी। लेकिन निशा के पति नवीन की नीयत उसे देखकर ख़राब होने लगी।