रत्ना पांडे, खंडवा (मध्य प्रदेश) की रहने वाली हैं तथा इस समय वडोदरा (गुजरात) में रह रही हैं। देश के विभिन्न कोनों से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र और पत्रिकाओं में इनकी 450 से अधिक कविताएं, लघु कथाएं तथा कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी रचनाएँ मुख्यतः पारिवारिक संबंधों, नारी, देश-भक्ति तथा सामाजिक घटनाओं पर केंद्रित रहती हैं।