कहानी प्यार कि - 8

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अगले दिन कि सुबह संजना के घर चारो तरफ खुशियां ही खुशियां छाई हुई थी । " भैया जल्दी आइए ना हमे देर हो रही है .." संजना होल मे इधर उधर चलते हुए बोली जा रही थी। " आ रहा हूं संजू .. अभी देर है उनको आने मे " मोहित नीचे आता हुआ बोला। " मोहित कितनी देर लगाता है तैयार होने मे ये कब से तेरी राह देख रही है " रागिनी जी भी बोल पड़ी थी। " हा मा आप लोग इतना ओवर रिएक्ट क्यों कर रहे है ? " मोहित परेशान हो गया था इन