विविधा - 46

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46-आधुनिक हिन्दी साहित्य में महाराणा प्रताप  प्रातः स्मरणीय महाराण प्रताप के विपय में बहुत कुछ लिखा जा चुका है, बहुत कुछ लिखा जा रहा है। हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकारों ने, राजनेताओं ने तथा अनेकों विशिप्ट व्यक्तित्वों ने प्रताप के लिये शाब्दिक श्रद्धा सुमन चुने हैं।  प्रख्यात गांधीवादी कवि श्री सोहनलाल द्विवेदी ने निम्न ष्शब्दों में प्रताप का ‘आव्हान’ किया है--     माणिक, मणिमय, सिंहासन को,     कंकड़ पत्थर के कोनों पर।      सोने चांदी के पात्रों को पत्तों के पीले      दोनों पर।     वैभव से विहल महलों को कांटों की कटु