मेरे घर आना ज़िंदगी - 11

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(11)नंदिता ऑफिस जाने के लिए निकल रही थी जब उसने सुदर्शन को सोसाइटी के अंदर दाखिल होते देखा। उसने अपनी स्कूटी रोककर उसे आवाज़ लगाई। सुदर्शन और उसकी मुलाकात एकबार योगेश के सामने ही हुई थी। योगेश ने सुदर्शन का परिचय देते हुए कहा था कि यह लड़का मेरी बहुत मदद करता है। उसके बाद भी कई बार उसने योगेश के मुंह से सुदर्शन का नाम सुना था। सुदर्शन ने उसके पास आकर नमस्ते किया। नंदिता ने कहा,"मुझे तो जानते हो। अंकल की बिल्डिंग में ही रहती हूँ।""जी जानता हूँ।""बहुत दिनों से अंकल और आंटी दिख नहीं रहे हैं। तुम