संत हरिहर बाबा

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पुरुषारथ स्वारथ सकल परमारथ परिनाम।सुलभ सिद्धि सब साहिबी सुमिरत सीताराम॥ — गोस्वामी तुलसीदासराम नाम का स्मरण करने से निस्सन्देह सद्गति मिल जाती है, संसार-सागर से पार उतरने का सहज साधन एक मात्र राम-नाम है। राम-नाम में प्रीति वृद्धि समस्त मुक्ति की प्रतीक है। सन्त हरिहर बाबा राम नाम के परम रसिक महात्मा थे। जीवन के अन्तिम काल तक मुक्तिक्षेत्र काशी में भगवती भागीरथी में नाव पर निवास कर उन्होने अपनी अविचल राम-नाम-निष्ठा का जो रसास्वादन कराया वह सन्त जगत के लिये एक मौलिक देन है।हरिहर बाबा राम के बहुत बडे उपासक थे। उनकी कृपा से असंख्य प्राणियो ने आध्यात्मिक शान्ति