वो माया है.... - 83

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(83)सुनंदा ने चाय बनाई थी। केदारनाथ चाहते थे कि सब एकसाथ बैठकर पिएं। इसलिए किशोरी और उमा को भी बैठक में बुला लिया था। सब चाय पी रहे थे। लेकिन एकदम शांति थी। सबको यहाँ बुलाने का मकसद यह था कि केदारनाथ उन्हें समझाना चाहते थे कि इन हालातों में निराश होकर बैठने से काम नहीं चलेगा। उन लोगों को अपने दुख से बाहर आना पड़ेगा। उन्होंने बद्रीनाथ से कहा,"भइया हम आप लोगों का दुख समझते हैं। जो कुछ हुआ उससे हम खुद बहुत दुखी हैं। पर अब जो है उसे स्वीकार करना पड़ेगा।‌ इसलिए हम चाहते हैं कि आप