पर्दाफाश - भाग - 4

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आहुति ने अब रौनक पर निगरानी रखना शुरू कर दिया। वह अक्सर उसी महिला के साथ दिखाई देता। यह सब देखकर आहुति ने कमर कस ली कि अब वह कहीं नहीं जाएगी। वह यहीं रहकर अपनी रक्षा भी कर लेगी और अपनी मम्मा का जीवन भी सही कर लेगी। वह सोच रही थी कि वह यदि बड़ी होकर हिम्मत ला सकती है तो अभी क्यों नहीं? वह अभी क्यों उस इंसान का हाथ पकड़ कर उसे यह नहीं कह सकती कि सोचना भी मत वरना मम्मा को सब बता दूंगी। वह क्यों उस स्पर्श से डरती है? वह क्यों उसके