Krishna manu Books | Novel | Stories download free pdf

मेरी प्रिय लघुकथाएं

by Krishna manu
  • (5/5)
  • 6.5k

तालीम पुलिस इन्स्पेक्टर जरूरी काम निपटाकर उठने ही वाला था कि एक आदमी सहमा-सकुचाया उसके टेबल के पास आकर ...

मेरी दस चुनिंदा लघुकथाएं

by Krishna manu
  • (4.3/5)
  • 10.8k

#लोकतंत्र बूढ़ा सोमर बड़ी कठिनाई से अपनी झोपड़ी के देहरी तक आ सका। एक मिनट की भी देर होने ...

एहसास का दंश

by Krishna manu
  • (4/5)
  • 5.9k

कहानी ...

काश होते बारह बच्चे

by Krishna manu
  • (3.5/5)
  • 8.3k

जिस गति से आबादी बढ़ रही है, खेती योग्य जमीन सिमटती जा रही है, मशीनी युग में जब सारा ...

दो लघुकथाएं

by Krishna manu
  • (3.9/5)
  • 14.5k

लघुकथा1.भस्मासुर - अलख निरंजन!- आ जाइए बाबा पेड़ की छाह में। बाबा के आते ही वह हाथ ...

दो व्यंग्य

by Krishna manu
  • (5/5)
  • 8.3k

_________ बस...दो मिनट शुक्रगुज़ार हूँ सोशल मीडिया। एहसान मंद हूँ तुम्हारा। तुमने मुझे वाणी दी, रवानी दी वर्ना हम ...

सम्बोधन

by Krishna manu
  • (2.8/5)
  • 7.3k

आज वह तीन दिनो से चल रहे 'चैट चैट' के खेल का अंत कर देना चाहता था। बहुत ...

मुक्ति और अन्य लघुकथाएं - मुक्ति

by Krishna manu
  • (4.5/5)
  • 6.7k

लघुकथा ।।मुक्ति।।तलाक की पीटीशन फैमिली कोर्ट में दाखिल कर लौटते हुए वह इस उहापोह से मुक्त हो चुका था ...