आज सुबह से ही सुनीता बहुत ही खुश थी क्योंकि आज उसकी नौकरी का पहला दिन था और वह खुशी के मारे अपने आप को संभाल नहीं पा रही थी कई सालों से देखा हुआ उसका सपना आज सच होने जा रहा था वह और उसके पापा उसकी नई नौकरी के लिए सभी तैयारी कर चुके थे उसके पापा ने तो रेलवे या बस की जगह किराए की कार भी बुक करवा दी थी और वह सुबह से सुनीता से कई दफा बता चुके थे कि तू अपने सारे डाक्यूमेंट्स ले लेना चाहे तू अपना और कोई सामान भूल जाएगी तो चलेगा और फिर वहां पर तुझे अपनी नौकरी में आज ही से जॉइनिंग करना पड़े तो मैं सारा सामान बाद में भिजवा दूंगा लेकिन तु अपने सारे डॉक्यूमेंट ले लेना बेटा और सुनीता भी अपने पापा से कहती थी अरे पापा मैंने वह कई दिनों से एक फाइल में ही ईकट्ठा कर रखे हैं आप उसकी चिंता मत कीजिए आप अपनी सेहत की चिंता कीजिए आप अपनी सारी दवाईयां ले लीजिए और सुनीता की मां कहती है कि बेटा वह तो मैंने पहले से ही सब रख दी है तो सुनीता कहती है कि है फिर भी आप आप की किताबें और आपका कोई सामान न छूट जाए ध्यान रखिएगा बाकी सारी चीजें तो हम बाजार से भी ले लेंगे |
भ्रष्टाचार - भाग 1
भाग 1- बेईमानी में भी ईमानदारी आज सुबह से ही सुनीता बहुत ही खुश थी क्योंकि आज उसकी नौकरी पहला दिन था और वह खुशी के मारे अपने आप को संभाल नहीं पा रही थी कई सालों से देखा हुआ उसका सपना आज सच होने जा रहा था वह और उसके पापा उसकी नई नौकरी के लिए सभी तैयारी कर चुके थे उसके पापा ने तो रेलवे या बस की जगह किराए की कार भी बुक करवा दी थी और वह सुबह से सुनीता से कई दफा बता चुके थे कि तू अपने सारे डाक्यूमेंट्स ले लेना चाहे तू ...Read More
भ्रष्टाचार - भाग 2
भाग 2 सफेद कॉलर काले करतुत आज सुनील की कोर्ट में तारीख थी वह मन में सोच रहा था अब ईस बार यह आखिरी तारीख हो और इस तारीख से ही मुझे न्याय मिलना शुरू हो जाए तो मेरे बीते वक्त में मेरी मानसिक यातना और मेरी आर्थिक उपार्जन की बाबत का भरण पोषण हो जाएगा और यही सोचकर वह अपनी कोर्ट की तारीख के कागज देखकर अपना बैग लेकर बाइक पर सवार होकर कोर्ट के रस्ते जा रहा था तभी किसी का कॉल आता है और वह कोल उठाता है तो सामने से आवाज आती है कि इस ...Read More