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કૈલાસના રહસ્યો: એક રોમાંચક સફર By Hardik Galiya

સુરત... મારું સુરત.

આ નામ માત્ર નકશા પર દોરાયેલું એક શહેરનું નથી, પણ એક એવી જીવંત અને ધબકતી સંવેદના છે જે મારા રક્તકણોમાં ભળી ગયેલી છે. સૂર્યપુત્રી તાપીના ખોળે રમનારું અને...

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी By Arpita Bhatt

एक बड़े से बंगले के पीछे बने आउट हाउस के एक कमरे में बिल्कुल अंधेरा था , और उसी अंधेरे कमरे के अंदर से किसी लड़की की सिसकियों की आवाजें आ रही थी, जो आवाज सिसकियों में भी बहुत प्यार...

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ঝরাপাতা By Srabanti Ghosh

সন্ধ্যা নামার ঠিক আগের এই সময়টা খুব প্রিয় মণিকার। যখন স্কুল কলেজে পড়ত, এই সময়ে এককাপ চা নিয়ে মায়ের সঙ্গে বসত গোল বারান্দায়। মা বসতে চাইত না, সন্ধে দিতে হবে, জলখাবার করতে হবে,...

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अदाकारा By Amir Ali Daredia

इंस्पेक्टर बृजेश।
वह एक लंबा,सुंदर,ऊर्जावान और स्वस्थ अधिकारी था। उनकी उम्र तीस साल के करीब थी,लेकिन अभी तक उनकी शादी नहीं हुई थी।
चेहरे पर पतली दाढ़ी मरोड़दार मूंछे ओर घुंघराले...

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त्रिशा... By vrinda

यह शब्द सुना तो बहुत था, बचपन में इस पर निबंध भी बहुत लिखे थे पर मेरे लिए यह शब्द तब तक अस्तित्व में नहीं था जब तक की मुझे मेरी सहेली ने इसका असल अर्थ समझाया नहीं था।

मेरे पिताज...

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અનોખી સફર - અમાવસ્યાથી પૂર્ણિમા સુધી By Dakshesh Inamdar

અંધારું હજી છવાયેલું હતું ઠંડી પણ પુરબહારમાં હતી.. સિડનીની સુમસામ સડકો.. નિઃશબ્દ
સ્ટ્રીટ..હજી સવારના છ વાગ્યા હતાં સિટીમાં જોબ કરવા જનારા તૈયાર થઇ ઘરની બહાર નીકળી રહ્યા હતાં.
સ...

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यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश पांच साल का था औऱ मेरी छोटी बहन भाविका केवल छह महिने की थी. उस वक़्त मेरी मा असाध्य बीमारी का शिकार हो गई थी.

उन्हें कांदिव...

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वेदान्त 2.0 By Vedanta Two Agyat Agyani

1. प्रारंभिक स्वरूप
परंपरागत मानसिकता में पूजा–पाठ धर्म का आरंभिक और सबसे प्रचलित रूप है।
यह वह अवस्था है जहाँ व्यक्ति बाह्य देवताओं या प्रतीकों की आराधना करता है,
मंत्रोच्चार औ...

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ಸ್ವರ್ಣ ಸಿಂಹಾಸನ By Sandeep Joshi

ಸ್ಥಳ: ಕಲ್ಪವೀರ ಸಾಮ್ರಾಜ್ಯದ ಸಿಂಹಾಸನ ಭವನ ಮತ್ತು ಆಧುನಿಕ ಬೆಂಗಳೂರು ನಗರ.

ಕಲ್ಪವೀರ ಸಾಮ್ರಾಜ್ಯದ ಪ್ರಧಾನ ಸಿಂಹಾಸನ ಭವನದಲ್ಲಿ, ಕಲ್ಲಿನ ಕೆತ್ತನೆಗಳು ಮತ್ತು ಮಿನುಗುವ ಚಿನ್ನದ ಕಂಬಗಳ ನಡುವೆ 'ಸ್ವರ್ಣ ಸಿಂಹಾಸ...

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मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है By kajal jha

दो दुनियाओं का पहला टकराव
मुंबई… यह शहर कभी नहीं सोता। अनगिनत सपनों को अपनी पनाह में लिए, और लाखों जिंदगियों की भाग-दौड़ का गवाह। इसी शहर की हलचल से दूर, एक शांत और पुरानी गली में...

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કૈલાસના રહસ્યો: એક રોમાંચક સફર By Hardik Galiya

સુરત... મારું સુરત.

આ નામ માત્ર નકશા પર દોરાયેલું એક શહેરનું નથી, પણ એક એવી જીવંત અને ધબકતી સંવેદના છે જે મારા રક્તકણોમાં ભળી ગયેલી છે. સૂર્યપુત્રી તાપીના ખોળે રમનારું અને...

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी By Arpita Bhatt

एक बड़े से बंगले के पीछे बने आउट हाउस के एक कमरे में बिल्कुल अंधेरा था , और उसी अंधेरे कमरे के अंदर से किसी लड़की की सिसकियों की आवाजें आ रही थी, जो आवाज सिसकियों में भी बहुत प्यार...

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ঝরাপাতা By Srabanti Ghosh

সন্ধ্যা নামার ঠিক আগের এই সময়টা খুব প্রিয় মণিকার। যখন স্কুল কলেজে পড়ত, এই সময়ে এককাপ চা নিয়ে মায়ের সঙ্গে বসত গোল বারান্দায়। মা বসতে চাইত না, সন্ধে দিতে হবে, জলখাবার করতে হবে,...

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अदाकारा By Amir Ali Daredia

इंस्पेक्टर बृजेश।
वह एक लंबा,सुंदर,ऊर्जावान और स्वस्थ अधिकारी था। उनकी उम्र तीस साल के करीब थी,लेकिन अभी तक उनकी शादी नहीं हुई थी।
चेहरे पर पतली दाढ़ी मरोड़दार मूंछे ओर घुंघराले...

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त्रिशा... By vrinda

यह शब्द सुना तो बहुत था, बचपन में इस पर निबंध भी बहुत लिखे थे पर मेरे लिए यह शब्द तब तक अस्तित्व में नहीं था जब तक की मुझे मेरी सहेली ने इसका असल अर्थ समझाया नहीं था।

मेरे पिताज...

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અંધારું હજી છવાયેલું હતું ઠંડી પણ પુરબહારમાં હતી.. સિડનીની સુમસામ સડકો.. નિઃશબ્દ
સ્ટ્રીટ..હજી સવારના છ વાગ્યા હતાં સિટીમાં જોબ કરવા જનારા તૈયાર થઇ ઘરની બહાર નીકળી રહ્યા હતાં.
સ...

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यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश पांच साल का था औऱ मेरी छोटी बहन भाविका केवल छह महिने की थी. उस वक़्त मेरी मा असाध्य बीमारी का शिकार हो गई थी.

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वेदान्त 2.0 By Vedanta Two Agyat Agyani

1. प्रारंभिक स्वरूप
परंपरागत मानसिकता में पूजा–पाठ धर्म का आरंभिक और सबसे प्रचलित रूप है।
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ಸ್ವರ್ಣ ಸಿಂಹಾಸನ By Sandeep Joshi

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मुंबई… यह शहर कभी नहीं सोता। अनगिनत सपनों को अपनी पनाह में लिए, और लाखों जिंदगियों की भाग-दौड़ का गवाह। इसी शहर की हलचल से दूर, एक शांत और पुरानी गली में...

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