मोक्षा के माता-पिता को यह तय करने में कठिनाई हो रही थी कि कैसे मोक्षा से शादी के विषय में बात करें। अंत में, उन्होंने मोक्षा से सीधे बात करने का निर्णय लिया। मोक्षा, जो अपने प्रेमी सुदीप को याद कर रही थी, ने जब अपने माता-पिता को देखा, तो उसने अपने आंसू छिपाने की कोशिश की। उसके पिता ने उसकी पढ़ाई के बारे में पूछा और फिर बताया कि वे उसके लिए एक लड़का ढूंढने का सोच रहे हैं। मोक्षा ने विरोध किया और कहा कि वह शादी के लिए तैयार नहीं है, लेकिन जब उसके माता-पिता ने कारण पूछा, तो उसने सुदीप के प्रति अपने प्यार का खुलासा किया। मोक्षा ने बताया कि सुदीप उसके कॉलेज में पढ़ता है और C.A. की पढ़ाई कर रहा है। उसके माता-पिता ने कहा कि वे सुदीप के परिवार से बात करेंगे, लेकिन अगर बात नहीं बनी, तो मोक्षा को उनकी बात माननी पड़ेगी। मोक्षा ने सहमति जताई। इसके बाद, मोक्षा के माता-पिता ने सुदीप के बारे में छानबीन की और उनकी पसंद पर गर्व महसूस किया। उन्हें यह भी पता चला कि सुदीप के पिता उनके करीबी रिश्तेदार हैं, जिससे उन्हें मोक्षा और सुदीप के रिश्ते को आगे बढ़ाने में मदद मिली। हम हैं अधूरे.4 by Priyanka in Hindi Fiction Stories 7.5k 2.8k Downloads 7.5k Views Writen by Priyanka Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description मोक्षा के मम्मी पापा को भी लग रहा था के वो बात की शुरुआत किस तरह करें? आपस में खूब विचार विमर्श करने के बाद उन्होंने बात की जड़ तक जाने का तय किया और मोक्षा से बात करने उसके कमरे में गए। "मोक्षा बेटा, आपसे जरा बात करनी है।" मोक्षा के पिता ने कहा। " अरे मम्मी पापा आप? आप कब आए कमरे में? मेरा ध्यान ही नहीं था। कहिए पापा क्या बात है?" मोक्षा उस वक़्त भी सुदीप को याद करते आंसू बहा रही थी। अपने मम्मी पापा को देख आंसू छुपाने की कोशिश करने लगी। " बेटा Novels हम हैं अधूरे एग्जाम के दिनों में, नेक्स्ट एंबीशन के बारे में, पढ़ाई के बारे में, गोल्स के बारे में, फ्यूचर के बारे में बस ऐसे ही बातें होती रही सुदीप और मोक्षा के... More Likes This बेवफाई की सजा - 1 by S Sinha RAJA KI AATMA - 1 by NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी by इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 by Arianshika दरवाज़ा: वक़्त के उस पार - 1 by Naina Khan हम तुम्हें चाहते हैं इतना - 1 by S Sinha पारस पत्थर की रहस्यमयी खोज - भाग 1 by Krishna Prajapati More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories