Phir bhi Shesh - 10 by Raj Kamal in Hindi Love Stories PDF

फिर भी शेष - 10

by Raj Kamal Matrubharti Verified in Hindi Love Stories

अपने सभी ठिकानों पर बार—बार ढूंढ़ कर हिमानी थक गई तो उसने खीझकर सामान इधर—उधर बिखरा दिया। कुछ देर यूं ही पस्त रह कर उसने ‘इच्छा—बल' संचित किया और फिर खोज में पूरी लगन से जुट गई। निशाना रितु ...Read More