Natya purush - Rajendra lahariya - 2 by राज बोहरे in Hindi Moral Stories PDF

नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - 2

by राज बोहरे Matrubharti Verified in Hindi Moral Stories

राजेन्द्र लहरिया- नाट्यपुरुष 2 --- मंगलिया ने आगे कुछ नहीं पूछा। एक गहरी सांस ली और बाहर को निकल गया। लेकिन श्यामा को ऐसा लगा जैसे किसी ने उसके कलेजे को चीर दिया हो! अभी थोड़ी ही ...Read More