Agnija - 111 by Praful Shah in Hindi Fiction Stories PDF

अग्निजा - 111

by Praful Shah Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

लेखक: प्रफुल शाह प्रकरण-111 वह अंदर जा ही रही थी कि फोन बजा, ‘हैलो...बोलिए भिखाभा...क्या कह रहे हैं? अरे मैं उसके पैर पकड़ कर माफी मांगूंगा...वह आखिर मेरी ही लड़की है न..ठीक ठीक...आपकी मेहरबानी है साहब...’ ‘कल ही मीना ...Read More