एक था चाणक्य - 3 - राष्ट्रहित

by AJAD in Hindi Fiction Stories

Chapter 3 : राष्ट्रहित ! Writer : Ajad Kumar ======================= मगध की सीमा पर पहुँचते ही आचार्य चाणक्य तुरंत अपने घोड़े से उतरे और घुटनों के बल जमीन पर बैठ गए. उन्होंने मगध की माटी को अपनी मुट्ठी में ...Read More